बदले लोग शायरी | Badle Log Shayari

दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम आपको बदले लोग शायरी ( Badle Log Shayari ) देने वाले है हमें उम्मीद है की आप को हमारी यह शायरियां पसंद आएगी। दोस्तों जैसे जैसे ज़माना बदलता जा रहा है वैसे ही लोग भी बदलते जा रहे है कुछ लोगो के साथ तो मज़बूरी होती हे की उन्हें बदलना पड़ता है।

लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते है जो आपको आपके शान औ शौकत की वजह से जानते है और जब आपके पास पैसा ख़तम हो जाता है तो आप से दूर चले जाते है। बस ऐसे लोगो के लिए ही हमने यह पोस्ट लिखी है जिसमे आपको लोगो के बदलने पास हिंदी शायरी मिलेगी।

इन शायरियों को आप अपने Whatsapp Status, Facebook, या फिर आप चाहे तो इन्हे अपने इंस्टाग्राम की reels में बोल कर अपनी फीलिंग जाहिर कर सकते है।

दोस्त बदलने पर शायरी | कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी | धमकी की शायरी | वक़्त बदलने पर शायरी | मुश्किलों पर शायरी | कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी | लोग भूल जाते है शायरी | इतिहास बदलने की शायरी | 


बदले लोग शायरी | Badle Log Shayari

Badle Log Shayari

 

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तुम बदले बदले से लग रहे हो आज कल
बता सकते हो क्या, क्या हुआ है बहुत
अलग तरह से पेश आने लगे हो,
बोलना नहीं चाह रहे थे, पर कहना पड़ रहा है

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आँखों में कुछ दर्द है,
जो आसुओं में बहने लगा है,
हां आज कुछ बदले बदले से है हम,
क्यों की आज फिर से तेरी याद आई है।

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लोग कहते है हमसे की तुम बदल गए हो,
आप ही बताओ टूटे हुए पत्ते अब रंग भी न बदले क्या।

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दोस्त बदलने पर शायरी

दोस्त बदलने पर शायरी

 

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मैं दिल हूँ और तुम साँस हो मेरी,
मैं जिस्म हूँ और तुम जान हो मेरी,
मैं चाहत हूँ और तुम इबादत हो मेरी,
मैं नशा हूँ और तुम आदत हो मेरी।

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रंग बदले लोग !!!
और बदनाम हो इश्क़।

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ऐसे बदले वो एक साल आते आते,
नज़र तक नहीं मिला पाए जाते जाते।

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आज ढलती हुई शाम ने जब रंग बदला तो,
मुझे बदले हुए लोगो की याद आ गई।

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी

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कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी

गलतिया आपने की थी जो छिप गई साहेब,
हमारी तो नादानियाँ भी छाप दी जाती है।

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बड़े बदले बदले से लगते हो जनाब, क्या बात हो गई।
शिकायत हमसे है या फिर किसी और से मुलाकात हो गई ।।

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इरादे सब मेरे साफ़ होते है,
इसिलए लोग अक्सर मेरे खिलाफ होते है।

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अभी अभी तो बदले हे साहेब,
मेरे बदले तो अभी बाकि है।

धमकी की शायरी

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धमकी की शायरी

 

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बिछड़े होते तो ढूंढ लेते तुम्हे दुनिया के किसी भी कोने से,
पर तुम तो बदल गए थे !!

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मैं बदल गया तुम वही हो क्या,
मैं गलत हूँ तुम सही हो क्या।

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एक दुआ है तू भी किसी से मोहब्बत बेइंतेहा करे,
जैसे मेने की थी तुझसे तू भी किसी से वफ़ा करे।
जब एक पल भी तू जी न सके !!
वो तुझे छोड़कर चला जाये खुदा करे।

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युग से युग बदले
बदल गए लोग,
मरहम तो आज भी वही है,
बदल गए रोग।

वक़्त बदलने पर शायरी

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वक़्त बदलने पर शायरी

वक़्त से पहले बदलना आदमी की फितरत हो गई है,
सीरत से ज़्यादा अज़ीज़ आजकल सूरत हो गई है।

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जिस्म ही नहीं रूह तक बेच चूका है,
एक आम इंसान खुद को मॉर्डन बनाने की फ़िराक़ में ।।

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बदले बिलकुल भी नहीं है हम,
बस जान गए है दुनिया किसी है।

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दाल कर आदत बेपनाह मोहब्बत की,
अब वो कहता है समझा करो, वक़्त नहीं है।

मुश्किलों पर शायरी

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मुश्किलों पर शायरी

रुख कुछ बदला बदला सा है तुम्हारा,
शायद दिलचस्पी ख़त्म होने लगी है।

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लोग भी कैसे बदल जाते है,
क्यों वो बनावटी रिश्ते बनाते है,
बदलना था तो बदल जाते ही सही,
यूँ दोगलापन दिखते तो नहीं !!

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अब तो तन्हाई में रहने की आदत हो गई है ए दिल,
बदल गए है वो लोग जो
सुबह शाम हाल पूछा करते थे ।।

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कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी

कुछ लोग कभी नहीं बदलते शायरी

जज़्बातो से खेलने का हुनर लोग कहाँ से लाते है,
दुसरो के आंसू देख के यह ठहाके बड़ी ज़ोर से लगाते है,
खुशियां पूछने तो लोग बेवक़्त आते है,
मगर ग़मगीन चेहरे को देखते ही परदे के पीछे छिप जाते है।

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नसीब से भरोसा किया था तुम पर,
नसीब भी इतना बदल गया जितना तुम।

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जो वक़्त नहीं दे पा रहा था,
वो साथ क्या ही देगा।

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लोग भूल जाते है शायरी

लोग भूल जाते है शायरी

अब तुमसे बात करने की जगह में थोड़ा लिख लेता हु,
अपने उधड़े हुए से इस दिल को थोड़ा बन लेता हु,
गांठे ज़रूर आती है तुम्हारी यादो की इस बुनाई में,
लेकिन फिर भी में अपनी शायरी में इन्हे बन लेता हु।

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समय और ज़रूरत बदलते ही, सबके चेहरे बेनकाब हो जाते है,
पता नहीं या तो हम में, कुछ कमी आ जाती है,
या वो बेनक़ाब हो जाते है।

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हम तो तुम्हारे साथ आज भी नहीं बदले,
और तुम पता नहीं कितनो के साथ बदल चुके हो ।।

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थोड़े दिन खामोश क्या हुआ में,
उसने तो रूख ही मोड़ लिया मुझसे।


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