वादा तोड़ने वाली शायरी :- हेलो दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम आपको बताने वाले है कुछ चुनिंदा और बेहद शानदार वादा तोड़ने वाली शायरी। दोस्तों हमारी ज़िन्दगी में कभी ना कभी कोई ना कोई ऐसा इंसान जरूर आता है, जो हमारे दिल और दिमाग में छा जाता है।
और फिर एक दिन वो भी आता है जब हमारे इस प्यारे से रिश्ते के बिच में जाति, वर्ग, या धर्म, और नहीं तो घर वाले आ जाते है और जब सारे किये हुए वादे हमारी नज़रो के सामने टूटते नज़र आते है
ऐसे में हम सब कुछ चाहते हुए भी कुछ नहीं कर पाते है, अब वादा तो हम जान भुजकर नहीं तोड़ते है लेकिन बहोत से लोग ये बहाना भी लगाते है की उनके घर वाले नहीं मानते है। तो उन लोगो के लिए आप हमारी वादा तोड़ने वाली शायरी भेजकर अपने दिल की भड़ास निकाल सकते है और उस इंसान को यह एहसास दिला सकते है की उसने आप से वादा तोड़ कर एक गलती की है।
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वादा तोड़ने वाली शायरी
दुनिया में दर्द के नाप का कोई जंतर नहीं,
यारो इश्क़ के मर्ज का कोई मंतर नहीं,
वही झूठे वादे वही इंतजार वही वादा खिलाफी,
मोहब्बत और सियासत में कोई अंतर नहीं।
चलते रहेंगे काफिले मेरे बगैर भी यहाँ,
इस सितारा टूट जाने से फलक तनहा नहीं होता।
जगह खाली रहती है उस तारे की फलक में हमेशा,
की उस तारे सा कोई दुबारा नहीं होता।
यह भी कोई वादा खिलाफी की हद है,
हिसाब अपने दिल से तो लगा कर देखो,
क़यामत का दिन आ गया रफ्ता रफ्ता,
मुलाकात का दिन बदलते बदलते।
भरोसा तोड़ने वाली शायरी
ना जाने मिजाज ए इंसान पर यह केसी अजीब कैफियत तारी है,
एक पल में वादा करने वाले, दूजे ही पल वादा खिलाफ है।
हाँ उसके होने का एहसास काफी है,
तो क्या हुआ वो वादा खिलाफी है,
मुहब्बत में दर्द के सिवा कुछ नहीं,
मिलने की सारी रिवायत फ़क़त किताबी है,
मुहब्बत करती है मगर ख़ामोशी से,
उसकी फितरत शायद बेज़ुबान सी है,
हाँ उसके होने का एहसास काफी है,
तो क्या हुआ वो अगर वादा खिलाफी है।
वादा तोड़ने वाली शायरी
तनहा तो मुझे हर कोई छोड़ गया,
फरक तो साथ इतना सा था के वो साथ रहने का
वादा करके छोड़ गया।
झूठे लोग शायरी
मोहब्बत की राहो में यू तनहा छोड़ने वाले,
जा तुझे माफ़ किया,
तेरे हर एक झूठे वादे से तुझे आजाद किया।
ना करना कभी वादा खिलाफी,
उसके दरबार में नहीं मिलती कभी माफ़ी।
सात फेरो में वादे दिए थे,
सात जनम तक साथ निभाएंगे,
हम भी पागल भूल गए थे,
की वादे तो वो तोड़ने के लिए ही करते है।
लोग भूल जाते है शायरी
याद रहेगा यह दौर भी,
उम्र भर के लिए,
कितना तरसे है ज़िन्दगी में
एक शख्स के लिए।
सुन लो जवाब, गर चाहते हो
तोड़ दू वादा, गर इजाजत हो।
खेलना अच्छा नहीं
किसी के नाजुक दिल से
दर्द जान जाओगे जब,
कोई खेलेगा आपके दिल से।
वादा खिलाफी मेने नहीं करी हर वादे को निभाया है,
मुझे मुनाफ़िक़ ना समझ रिश्तो मै,
हर रिश्तो को दिल से निभाया है।
लोग भूल जाते है शायरी
वादा खिलाफी करना तब आसान हो जाता है, जब
दिल की जगह पर दिमाग बोलने लगता है।
वादा किया तो था तुमने की कभी अकेला नहीं छोड़ेंगे,
फिर आज यह दूरियां क्यों।
हमने भी वादा खिलाफी की है
मरने का वादा कर उनके बिन यह ज़िन्दगी जी है।
तो दोस्तों यह थी हमारी आज की भरोसा तोड़ने वाली शायरी, झूठे लोग शायरी, लोग भूल जाते है शायरी, दिल को तोड़ने वाली शायरी, लोग भूल जाते है शायरी, वादा करके छोड़ने वाली शायरी, झूठे लोग शायरी, जो आपको बहोत पसंद भी आई होगी तो चलिए फिर शुरू करते है।
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