हम आशिक़ है कोई व्यापारी नहीं आप बात नहीं भी करोगे तो हमारी मोहब्बत कम नहीं होगी
माना की तेरी किस्मत में नहीं हु पर । खुदा से मुझे ना मांगना यह तो गलत बात है ना ।।
की सोचता हु मेरे गर्लफ्रेंड पर मुकदमा कर दू इस बहाने तारीखों पर मुलाकात तो होगी।
मत पूछ ज़िन्दगी क्या हाल है मेरा अर्सो से ढूंढ रही हु मेरे अपनों को मेरे ही अपनों में
मेरा दिल फिर कोई कहानी गढ़ रहा है हर पन्ने में तेरा ही नाम पढ़ रहा है ।।
पागल तेरे बिना ज़िन्दगी बंजर सी लगती है यह सांसे सीने में चुभ रहे खंजर सी लगती है ।।
मुझे बड़ी घुटन हो रही है इस शहर में तेरे मैं तो सोच रहा लोट जाऊं फिर गाँव मेरे ।।
जब तुम नहीं थे तब अलग बात थी अब तेरे होते हुए भी ना होने का एहसास सहा नहीं जाता